गर्भवती महिला को अस्पताल से भगाया, सड़क पर ही दिया बच्चे को जन्म

99BIHAR NEWS

सीवान : बिहार के सीवान में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते एक महिला को सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गैर जिम्मेदाराना आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि महिला प्रसव पीड़ा से कराह कर सरकारी अस्पताल पहुंची थी. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उसे भर्ती नहीं किया। ये वही जिला है जहां से बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे आते हैं.

गर्भवती महिला को अस्पताल से भगाया, सड़क पर ही दिया बच्चे को जन्म

दरअसल, जिले के गोरेयाकोठी प्रखंड स्थित जामो बाजार स्थित सरकारी अस्पताल में शुक्रवार की रात एक महिला प्रसव पीड़ा से कराह कर सरकारी अस्पताल पहुंची थी. आरोप है कि अस्पताल प्रबंधक ने महिला को भर्ती नहीं किया और अस्पताल के कर्मचारियों ने महिला को बाहर धकेल दिया. महिला दर्द से कराह कर लौट रही थी, इस दौरान जामो बाजार की दलित बस्ती के पास सड़क पर महिला ने बच्चे को जन्म दिया.

जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला गोपालगंज जिले के माझा प्रखंड के पथरा गांव की रहने वाली है. सरकारी अस्पताल में महिला के इस तरह के व्यवहार को देख ग्रामीणों ने अस्पताल का मुख्य गेट बंद कर हंगामा करना शुरू कर दिया. मामला पकड़ने पर सिविल सर्जन ने स्पष्ट किया कि जो दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर की जाएगी.

घटना के बारे में महिला ने बताया कि वह किसी काम के सिलसिले में जामो बाजार एलआईसी कार्यालय आई थी, तभी उसे प्रसव पीड़ा होने लगी. वह जामो अस्पताल पहुंची। तब अस्पताल की एक महिला आशा ने 1000 रुपये लिए और दर्द कम करने के लिए दो इंजेक्शन दिए। महिला ने अपने पति को फोन कर बाजार से अस्पताल बुलाने को कहा। इसमें अस्पताल स्टाफ महिला से उलझ गया।

महिला का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने उसके गले में हाथ डालकर धक्का दिया। इसके बाद प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला ने सड़क पर ही नवजात को जन्म दे दिया. इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में है. मामले की जांच के आधार पर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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