दोस्तों अगर बिहार के नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू या चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी दोनों भी अगर बीजेपी का साथ छोड़ देना तो भी आसानी से मोदी सरकार बन पाएगी वो कैसे समझिए इसका समीकरण एक्सपर्ट की तरफ से मैं आपको पूरी गणित समझाऊ कि नीतीश और नायडू के बिना आखिर बीजेपी कैसे सरकार बना पाएगी
क्योंकि दोनों के जाने के बाद तो इनके गठबंधन में बहुमत से भी कम हो जाएगी सीटें हा ना फिर कैसे इनकी सरकार बन पाएगी तो यह गणित समझकर आप भी चौक जाओगे अभी नरेंद्र मोदी की बीजेपी नीतीश कुमार और नायडू ये तीनों ही ऐसी शख्सियत हैं!
जो एक साथ मिल कर ही सरकार बना सकती हैं क्योंकि गठबंधन इनका है और इनमें से अगर ये दोनों इधर छोड़कर इंडी गठबंधन की तरफ चले जाएं ना तो आपको लग रहा होगा कि फिर बीजेपी के सरकार बनना मुश्किल होगा लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है!
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इंडिया गठबंधन फिर भी सरकार नहीं बना पाएगा जबकि बहुमत का आंकड़ा उनकी तरफ ज्यादा हो जाएगा तो भी वो कैसे हैं मैं आपको तीन सीन समझाऊं सबसे पहला कि अगर नायडू बीजेपी का साथ छोड़कर चले गए एनडीए का तो क्या होगा
दूसरा अगर बिहार के नीतीश कुमार एनडीए को छोड़ गए तो क्या होगा और तीसरा अगर दोनों साथ छोड़ गए तो क्या होगा और इस पर विश्लेषक क्या कहते हैं आइए समझते हैं चुनाव के रिजल्ट आने के बाद आज एनडीए गठबंधन को लेकर बैठक हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुना गया !
इस बैठक में अलग-अलग तरह की 15 पार्टियों के 21 लीडर शामिल हुए हैं इस बैठक के बाद देश के राष्ट्रपति द्रोपदी मुरमू ने लोकसभा भंग की क्योंकि आज सुबह ऑलरेडी दोपहर में 2:00 बजे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू को इस्तीफा सौंप दिया था!
मंत्रिमंडल भंग करने की भी सिफारिश की थी तो बैठक के बाद यह आज का प्रोग्राम हुआ इधर एनडीए गठबंधन में तो ठीक है वहीं इधर इंडि गठबंधन विपक्षी भी सरकार बनाने के पूरे गणित जोड़ तोड़ समीकरण लगाने में जुटे हुए हैं देखिए आप इंडिया गठबंधन ब्लॉक खड़गे के घर बैठक हुई!
इसमें कांग्रेस अध्यक्ष बोले कि यह जनादेश मोदी के खिलाफ हैं गठबंधन में सभी का स्वागत है इन्होंने दूसरी छोटी-बड़ी सभी राजनीतिक पार्टियों को इनवाइट किया अपने गठबंधन में शामिल होने के लिए इंडिया ब्लॉक की बैठक में आज खड़गे बोले कि फासिस्ट ताकतों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी !
सही समय पर सही कदम उठाएंगे देखा जाए तो अभी कांग्रेस और इंडिया गठबंधन उधर टीएमसी पश्चिम बंगाल वगैरह सभी मिलकर के बीजेपी सरकार को हटाने की पूरी फिराक में है क्योंकि इस बार बीजेपी को अकेले को बहुमत नहीं मिल पाया तो सरकार बनाना थोड़ा मुश्किल जरूर होगा !
लेकिन फिर भी सरकार बन पाएगी इस बार दोस्तों भाजपा ने हिंदी बेल्ट में ही तकरीबन 71 सीटें गवाई उत्तर प्रदेश राजस्थान और महाराष्ट्र में बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ यूपी में तो आपको पता ही होगा !
बीजेपी के लिए चुनावी नतीजे उम्मीद से बिल्कुल परे निकले हैं 2019 के मुकाबले बीजेपी की सीटें 20 पर तक घटी और ऐसे में अभी सबसे ज्यादा अहमियत जो सरकार बनाने के लिए जिन पार्टियों की समझी जा रही है!
उनमें है दोस्तों नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी क्योंकि ये दोनों हर गठबंधन के साथ बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे क्योंकि दोनों के पास अच्छी खासी सीटें भी हैं !
सबसे पहले सिनेरियो वन की बात करें तो आपको पता होगा दोस्तों 240 सीटों पर जीत के साथ अभी भारतीय जनता पार्टी यानी कि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है इस बार के लोकसभा चुनाव में और 99 सीटों के साथ कांग्रेस भी देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है!
हालांकि पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार कांग्रेस ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया तकरीबन दुगुनी सीटें हासिल की हैं राहुल गांधी की मेहनत और चुनावी समज रणनीति उनकी काम आई और ऐसे में इन दोनों ही बड़ी पार्टियों के गठबंधन की अगर बात करें !
अभी एनडीए के खाते में 209 में सीटें जाती हैं जिसमें बीजेपी जुड़ी हुई है और इधर इंडिया विपक्षी का जो गठबंधन है उसके खाते में टोटल सभी पार्टियों को मिलाकर 232 सीटें आई हैं राइट और ऐसे में जो जादूई आंकड़ा है !
यानी कि बहुमत के लिए आंकड़ा है 272 का 543 लोकसभा सीटों में से 272 जिसके पास होगी वही सरकार बना पाएगी तो यह जादूई आंकड़ा अभी तो बीजेपी के पास है एनडीए गठबंधन के पास मतलब और 272 से भी 20 सीटें ज्यादा हैं!
292 के लगभग लेकिन केवल बीजेपी की बात करें तो केवल बीजेपी 240 के बाद बहुमत से 32 सीटें दूर हैं और ऐसे मिताए कि अगर बीजेपी को सरकार बनानी है गठबंधन की तो टीडीपी जेडीयू जैसे दोनों घटकों की अहम भूमिका होगी राइट और इधर सियासी गलियारों में चर्चाओं में बाजार गर्म है वो ऐसे कि 16 सीटें लाने वाली पार्टी टीडीपी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू एक बार पहले ही बीजेपी का साथ छोड़ चुके हैं!
तो लोग बाग समझ रहे हैं कि उनकी पायदे थोड़ी कम है और वो अभी इंडि गठबंधन के साथ भी जा सकते हैं यह मतलब बाजार में चर्चाएं चल रही है जबकि इधर बात करें 12 सीटें जीतने वाली जेडीयू पार्टी के नीतीश कुमार की तो उनका तो पाला बदलने का रिकॉर्ड ही रहा है वो कभी इसके साथ कभी उसके साथ कभी किसके साथ इनका कोई भरोसा नहीं है!
इसीलिए लोगों को यूं लग रहा कि बीजेपी का सरकार बनाना थोड़ा मुश्किल होगा क्योंकि नरेंद्र नीतीश और नायडू ट्रिपल एन साथ रहना जरूरी होगा तभी बीजेपी की सरकार बन पाएगी हालांकि अभी तक तो नीतीश और नायडू दोनों ने ही एनडीए का साथ नहीं छोड़ने की बात कही है !
लेकिन राजनीति में सुबह कही हुई बात का शाम को भी कोई भरोसा नहीं होता है राजनीति संभावनाओं और संकेतों पर चलती है ऐसे में दोस्तों सूत्रों के हवाले से यह भी बताया जा रहा है कि नायडू ने बीजेपी के सामने कुछ मांगे भी रखी हैं !
उन्हें लोकसभा स्पीकर की कुर्सी और पांच मंत्री पद भी चाहिए हालांकि इधर नीतीश की ऐसी कोई शर्त सामने नहीं आई है लेकिन आगे क्या होगा यह कहा नहीं जा सकता है फ्लाइट में तेजस्वी के साथ तस्वीर वायरल होना और तेजस्वी का गोलमाल बयान सब पर इनकी नजर है अब यहां अहम सवाल यह कि क्या नीतीश और नायडू के बिना नरेंद्र मोदी का काम चलेगा या नहीं क्या ये दोनों नेता सच में किंग मेकर साबित होने जा रहे हैं!
क्या ये दोनों साथ छोड़ दें तो बीजेपी वाकई सरकार नहीं बना पाएगी क्या आइए आंकड़ों के जरिए समझने की कोशिश करते हैं सिनेरियो वन बनेगा कि नायडू अगर साथ छोड़ गए तो क्या होगा ठीक है !
तो इसे समझिए जरा अभी चंद्रबाबू नायडू की जो टीडीपी है वो अगर एनडीए का साथ छोड़ भी देती है तो 292 से में से 16 सीटें कम हो जाएगी तो 276 सीटें बच जाएगी जो भी बहुमत से चार ज्यादा ही होगी तो भी आसानी से एनडीए की सरकार बन जाएगी कोई दिक्कत नहीं है!
ठीक है दूसरा सिनेरियो बनेगा कि अगर बिहार के नीतीश साथ छोड़ गए तो क्या होगा अभी 292 सीटें हैं नीतीश की जेडीयू की टोटल 12 सीटों पर जीत है तो 292 – 12 भी कर ले तो भी 280 सीटें एनडीए के पास बचेगी तो भी कोई दिक्कत नहीं है जादुई आंकड़े से आठ ज्यादा ही है ये भी मतलब बहुमत के 272 से आठ ज्यादा है!
हा ना तो भी बीजेपी आसानी से सरकार बना लेगी लेकिन लेकिन लेकिन तीसरा सिनेरियो बहुत महत्त्वपूर्ण होगा अगर जेडीयू और टीडीपी दोनों साथ छोड़ गए तो क्या होगा क्योंकि 292 सीटों में से -1 किया और – 12 किया तब जादुई आंकड़े से भी कम सीटें रह जाएगी बीजेपी के पास यह आंकड़ा 264 पर पहुंच जाएगा जो कि 272 से आठ सीटें कम होगी और ऐसे में बीजेपी के लिए सरकार बनाना मुश्किल होगा !
राइट लेकिन अब समझिए जरा विश्लेषक क्या कहते हैं एक्सपर्ट इस पर एक्सपर्ट का क्या कहना तो एक पॉलिटिकल कैंपियन फर्म के फाउंडर अमित कुमार यह कहते हैं दोस्तों कि इस परिस्थिति में भी एनडीए बड़ा गठबंधन रहेगा और आठ सीटों का जुगाड़ बीजेपी इधर-उधर से आसानी से कर लेगी !
क्योंकि दोस्तों इस बार के लोकसभा चुनाव में सात तो ऐसे निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं जो किसी भी पार्टी में नहीं जुड़े हुए हैं हालांकि इन सात प्रत्याशियों में पप्पू यादव जैसे नेता हैं जो किसी भी हाल में बीजेपी में नहीं आएंगे और अमृतपाल सिंह जैसे नेताओं को खुद बीजेपी भी नहीं लाना चाहेगी!
एक अन्य विश्लेषक विनीत कुमार का भी ये कहना है कि बीजेपी के पास कई ऐसे छोटे दलों से भी संपर्क करने का विकल्प है जो ना तो अभी एनडीए के साथ जुड़े हुए हैं ना ही इंडिया गठबंधन के साथ जुड़े हुए हैं !
वो अकेले चुनाव लड़े थे मतलब वो निर्दलीय भी नहीं है लेकिन छोटी-छोटी पार्टियां जैसे राजस्थान में आरएलपी आपने देखा होगा और भी कई हर इलाके में आपको एक दो एक दो छोटी-छोटी पार्टियां मिल जाएगी तो ऐसी पार्टियों के भी कुल 18 उम्मीदवार जीत कर आए हैं !
तो इन में से बीजेपी आराम से आठ उम्मीदवारों को तो ले आएगी कोई दिक्कत वाली बात है ही नहीं है है ना तो कहने का मतलब जेडीयू टीडीपी दोनों भी निकल गई ना तो भी बीजेपी के लिए सरकार बनाना कोई ज्यादा मुश्किल नहीं होगा अभी तक का सिनेरियो तो यह कहता है!
और बाकी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस्तीफा दे ही चुके हैं बताया जा रहा है कि 8 तारीख को वो वापस पीएम पद की शपथ लेंगे तब तक ये भी क्लियर हो जाएगा कि किसकी सरकार बनने जा रही है कौन किसका साथ छोड़ता है और कौन किसका साथ निभाता है !
ये तो वक्त ही बताएगा आपको क्या लगता दोस्तों आपके हिसाब से अभी नए भारत का नया प्रधानमंत्री कौन बनना चाहिए पीएम मोदी ही फिर से या फिर कोई और राहुल गांधी आपके क्या मन में इच्छा है जो भी आपके राय विचार में जिसका भी नाम है कमेंट करके बताइए मुझे इस खबर के नीचे कमेंट में जरूर और शेयर करना ना भूलें ! रोजाना ऐसी इंफॉर्मेशन काम की खबरें देखते रहने के लिए धन्यवाद ! जय हिंद जय भारत वंदे मातरम