चयनित 18219 सेविका-सहायिका बहाल: कुछ महीने पहले वेतन वृद्धि के लिए पटना की सड़कों पर आंदोलन कर रही आंगनबाडी सेविका-सहायिका पर बिहार सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें नौकरी से निकाल दिया था. लेकिन नए साल के मौके पर महिलाओं को तोहफा देते हुए नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया और कहा कि उन सभी महिलाओं की नौकरी पूरी तरह से बहाल हो गई है. आसान भाषा में कहें तो नौकरी से निकाली गई 18219 महिलाओं की नौकरियां वापस दे दी गई हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा के बाद 10203 चयनमुक्त सेविका और 8016 सहायिका की सेवा बहाल कर दी गयी है. एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) के निदेशक ने शनिवार रात अधिसूचना जारी की.
हालांकि, हड़ताल अवधि से योगदान तिथि तक उन्हें किसी प्रकार का कोई मानदेय या प्रोत्साहन राशि नहीं मिलेगी. मालूम हो कि हड़ताल अवधि के दौरान कुछ जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों द्वारा उन्हें चयन से छूट दे दी गयी थी.
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इससे पहले मुख्यमंत्री ने चयनित आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की सेवा में वापसी का आश्वासन दिया था. उन्होंने उनके मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि का भी आश्वासन दिया था। शनिवार को 1, अणे मार्ग स्थित लोक संवाद में मुख्यमंत्री से आंगनबाडी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार मुलाकात की. इसी क्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं.
मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि होगी
मुख्यमंत्री ने सेविकाओं से कहा कि आंगनबाडी सेवाओं में सुधार के लिए कई कदम उठाये गये हैं. सेविका-सहायिका का मानदेय बढ़ाया गया है. शीघ्र ही मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि होगी। हड़ताल अवधि में चयन से छूट गयीं आंगनबाडी सेविका-सहायिकाओं को बहाल किया जायेगा. सीएम की घोषणा के बाद ICDS ने जारी किया नोटिफिकेशन