पीएम नरेंद्र मोदी के हनुमान कहे जाने वाले चिराग पासवान ने कहा है कि कांग्रेस को समझ में नहीं आ रहा है कि वह जनता के सामने कौन सा मुद्दा उठाए। कांग्रेस पार्टी को अब जनता से कोई सरोकार नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पिछले एक साल से हर जगह कह रहे हैं कि देश का संविधान खतरे में है। इसका कोई मतलब नहीं बनता।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने कहा, ‘जनता जानती है कि दुनिया की कोई ताकत भारत के संविधान को खतरे में नहीं डाल सकती। फिर भी कांग्रेस संविधान बचाने की बात करती है, जबकि हकीकत में कांग्रेस ने ही संविधान को खतरे में डाला है और जब भी मौका मिला लोकतंत्र को कमजोर किया है। कांग्रेस के शासनकाल में कांग्रेस के प्रधानमंत्री ने 1975 में देश में आपातकाल लगाया था। जब कांग्रेस संविधान की बात करती है तो लोग उन पर हंसते हैं। हरियाणा में जहां कांग्रेस ने जीत का दावा किया था, वहां भी लोगों ने कांग्रेस को नकार दिया।
चिराग पासवान ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में वे कहते थे कि उनका गठबंधन मजबूत है। वहां भी लोगों ने उन्हें नकार दिया। क्योंकि, जनता को उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों से कोई सरोकार नहीं है। लोकसभा चुनाव में वे कहते रहे कि संविधान खतरे में है। नई सरकार बने छह महीने बीत गए हैं। कांग्रेस मुझे बताए कि क्या संविधान खतरे में है। कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में संविधान दिवस नहीं मनाया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में संविधान दिवस मनाया जाने लगा। संविधान को अलग-अलग भाषाओं में लाया गया है। एक बिहारी होने के नाते मुझे गर्व है कि संविधान को मैथिली भाषा में लाया गया है। संविधान का संस्कृत भाषा में अनुवाद किया गया है। हम संविधान को हर घर तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।