कटिहार पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बड़ी बात कही है. तेजस्वी ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने होश में नहीं हैं और सब कुछ भूल गए हैं. इस दौरान तेजस्वी ने मुख्यमंत्री को उनके पुराने वादे की याद दिलाते हुए पूछा कि अगर वह अब उस वादे को पूरा नहीं करेंगे तो कब करेंगे? इसके साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश को और भी कई बातें बताईं.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी पुरानी मांग थी कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए. जब से देश में एनडीए की सरकार आई है, तब से नरेंद्र मोदी बिहार के वोट के बल पर प्रधानमंत्री बने हुए हैं. हमारे चाचा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की बात भूल गए हैं. अब वह चाहें तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिला सकते हैं क्योंकि वह केंद्र सरकार का हिस्सा हैं.
तेजस्वी ने कहा कि आज केंद्र में सरकार नीतीश कुमार की वजह से ही चल रही है. ऐसे में अगर उन्हें विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता तो फिर कब मिलेगा? नरेंद्र मोदी एक बार नहीं बल्कि तीन बार प्रधानमंत्री बने। जब वे पहली बार प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के साथ-साथ विशेष पैकेज देने का वादा किया था लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। जब बिहार में बाढ़ आई तो उसके लिए भी उन्होंने मदद नहीं की, देखने भी नहीं आए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008-09 में जब कोसी में बाढ़ आई थी तो तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बिहार आए थे। तत्कालीन यूपीए सरकार ने एक हजार करोड़ रुपये का विशेष पैकेज दिया था।
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लालू प्रसाद रेल मंत्री थे, रेलवे ने भी बिहार को पूरा सहयोग दिया लेकिन वर्तमान सरकार को इससे कोई लेना-देना नहीं है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री अपने होश में नहीं हैं। इन्वेस्टर्स मीट में जब निवेश की बात आई तो मुख्यमंत्री वहां से गायब थे। मुख्यमंत्री किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर बोलते भी नहीं हैं। वक्फ बोर्ड पर वे चुप रहते हैं। उनके नेता संसद में कुछ कहते हैं और यहां कुछ और कहते हैं। पेपर लीक मामला हो या कोई और महत्वपूर्ण मुद्दा, मुख्यमंत्री नदारद रहते हैं। जब विधानसभा का सत्र चल रहा था, तब पूरे सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने एक भी शब्द नहीं बोला। इसलिए हम कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री थक चुके हैं और रिटायर्ड अफसरों के सहारे बिहार चलाने की कोशिश कर रहे हैं, बिहार डूब रहा है। अब बिहार नीतीश कुमार के हाथों में सुरक्षित नहीं है।
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