एनडीए पर मुकेश सहनी का बड़ा बयान- अंदरूनी लड़ाई के कारण नहीं हो सका विभागों का बंटवारा: विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने आज दावा किया कि आज राज्य की राजनीति में जो स्थिति देखने को मिल रही है. हो चुका है, जल्द ही फिर से बदलाव देखने को मिलेंगे। उन्होंने साफ कहा कि जब तक बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी अपना मुंह नहीं खोलेंगे, तब तक एनडीए में स्थिति अच्छी नहीं मानी जा सकती. एनडीए में घमासान मचा हुआ है, यही कारण है कि अब तक विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है.
सहनी ने आज कहा कि हाल के दिनों में बिहार में जिस तरह की उथल-पुथल देखी गई है, उसे किसी भी सूरत में उचित नहीं ठहराया जा सकता है. इतनी बड़ी पार्टियों को जनता की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को जोड़-तोड़ की राजनीति के बजाय एक विचारधारा के साथ काम करना चाहिए.
संबंधित खबरें
- मुख्यमंत्री अपने होश में नहीं हैं, सब कुछ भूल गए हैं’ तेजस्वी ने सीएम नीतीश को याद दिलाया पुराना वादा, और भी कई बातें कही
- ‘नीतीश’ को हराने के लिए ‘तेजस्वी’ का मेगा प्लान! हर बूथ पर 62 लोग और 620 रुपये….राजद के खाली खजाने को भरने की जबरदस्त तैयारी
- सीएम नीतीश कुमार अपना चेहरा चमकाने के लिए जिले-जिले घूमते हैं…’, तेजस्वी यादव ने कहा….20 सालों में हकीकत नहीं जान और समझ पाए
- सदाकत आश्रम के बाहर भाजपा युवा मोर्चा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प, लाठी-डंडे और लात-घूंसे चले
- प्रगति यात्रा पर निकलने से पहले आज कैबिनेट की बैठक करेंगे सीएम नीतीश, करेंगे बड़ा ऐलान!
पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने सवाल उठाते हुए आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने दावा किया था कि इस लोकसभा चुनाव में वे 400 पार करेंगे, तो फिर उन्हें नीतीश कुमार की जरूरत क्यों पड़ी. उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि बीजेपी को 400 तो क्या 200 सीटें भी नहीं मिल रही हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी को अभी कई सहयोगियों की जरूरत होगी. उन्होंने साफ कहा कि उनकी पार्टी अकेले नहीं बल्कि किसी न किसी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ेगी. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी जल्द ही इसका खुलासा करेगी.
उन्होंने कहा कि उनका और उनकी पार्टी का उद्देश्य निषाद समुदाय को कल्याण और आरक्षण प्रदान करना है, इस रुख के साथ जो भी गठबंधन होगा, हमारी पार्टी उसके साथ चलेगी. सहनी ने साफ लहजे में कहा कि बिहार में बड़ा बदलाव हुआ है लेकिन अभी भी बहुत कुछ बाकी है.