राजधानी पटना से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि बीजेपी नेता नंद किशोर यादव बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष होंगे. बिहार के मुख्यमंत्री और बीजेपी आलाकमान ने सर्वसम्मति से ये फैसला लिया है. महागठबंधन सरकार की बात करें तो अवध किशोर चौधरी विधानसभा अध्यक्ष थे, जिनके शपथ लेने के बाद ही बीजेपी नेताओं ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था.
1995 में श्री नंदकिशोर यादव पहली बार पूर्वी पटना विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गये। अपनी लोकप्रियता के लगातार बढ़ते ग्राफ और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की नजर में एक मेहनती नेता होने के कारण श्री यादव को 1998 में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी मिली।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नंदकिशोर यादव का जन्म 26 अगस्त 1953 को हुआ था. उनके पिता का नाम स्वर्गीय है. पन्ना लाल यादव और माता का नाम स्व. राजकुमारी यादव हैं. वहीं, उनके परदादा स्व. झोला सरदार अपने समय के प्रसिद्ध जमींदार थे। झोला सरदार के बारे में कहा जाता है कि उन्हें शेर पालने का बहुत शौक था. वहीं, नंदकिशोर यादव के दादा स्व. रामदास यादव को पक्षियों से बहुत प्रेम था। कहा जाता है कि नंदकिशोर यादव छात्र जीवन से ही राजनीति में आ गये थे. फिलहाल वह पटना साहिब से विधायक हैं.
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नंदकिशोर यादव 1969 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे। इसके अलावा वह जेपी आंदोलन के दौरान भी काफी सक्रिय थे। वर्ष 1971 में वे विद्यार्थी परिषद में सक्रिय हो गये. वहीं, वर्ष 1974 में जेपी आंदोलन में रहते हुए नंदकिशोर यादव पटना सिटी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष बने और उसी वर्ष आह्वान पर उन्होंने जेपी की बीएससी फाइनल परीक्षा का बहिष्कार कर दिया।