पटना: बीपीएससी प्री परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. बीपीएससी प्री परीक्षा रद्द करने की मांग की गई है. क्योंकि इसमें काफी धांधली हुई थी.
दाखिल-खारीज के पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी मध्यम न्यायाधीश से कराने की मांग सोमनाथ के पढ़े-लिखे लोगों की ओर से की गई थी. लिस्ट में शामिल छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार जिले के एसपी-डीएम पर कार्रवाई की मांग की गई है. वकील के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री से मामले की जल्द सुनवाई करने का अनुरोध किया गया है. सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने 7 जनवरी को इस याचिका पर पुनर्विचार के लिए याचिका दायर की थी.
13 दिसंबर को बिहार के 912 कमिशनरों पर बीपीएससी प्री परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन पटना के परीक्षा केंद्र पर पेपर वितरण में देरी के आरोप लगे थे. इस बीच परीक्षा केंद्र पर मौजूद एक दर्शक राम श्यारी सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
संबंधित खबरें
- Лучшие Букмекерские Конторы В европейских 2025: Рейтинг Топ-14 Лучших Легальных Онлайн-букмекеров Для Ставок в Спорт В Интернете С Отзывами, превосходной Репутацией
- Mostbet Türkiye: Resmi Site, Kayıt, Bonus 5 673 Giriş Yapmak
- Pin Upward Azerbayjan Top On-line Casino With Fascinating Games!
- Azərbaycanda Rəsmi Sayt
- Gdzie Warto Grać?
पेपर वितरण की विस्तृत जानकारी के बाद बीपीएससी ने एक बार फिर पटना के केंद्र से समीक्षा का आदेश दिया। जिसके बाद शनिवार 22 तारीख को पटना में फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया। लेकिन प्रदर्शनकारी छात्र सभी आपत्तियों पर आपत्तियों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। आंदोलनकारी छात्रों का दावा है कि उनके अधिकारियों ने कदाचार में व्यापक पैमाने पर घोटाला किया है और यह केवल शोरूम परीक्षा केंद्र तक ही सीमित नहीं है।
लेकिन बिहार लोक सेवा आयोग ने छात्रों के इन दस्तावेजों को खारिज कर दिया है। दूसरी ओर पटना में बीपीएससी छात्रों का लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। जन सुराज पार्टी के सरगना प्रशांत किशोर भी छात्रों के साथ उनके समर्थन में अनशन पर बैठे हैं।
नीतीश कुमार ने अपने ‘करीबी दोस्त’ को किया याद, जयंती पर सुशील मोदी को दी श्रद्धांजलि