बिहार में चार सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों के बाद अब बीजेपी बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. पहले बीजेपी के पास 78 विधायक थे, लेकिन अब तरारी और रामगढ़ विधानसभा सीटों पर बीजेपी की जीत के बाद बीजेपी के पास 80 विधायक हैं, जबकि आरजेडी के पास सबसे ज्यादा 79 विधायक थे, लेकिन दो सीटें हारने के बाद आरजेडी के पास 77 विधायक रह गए हैं.
जेडीयू के पास पहले से ही 45 विधायक थे, जो अब बेलागंज सीट जीतने के बाद 46 विधायक हो गए हैं. सीपीआई-एमएल के पास 12 विधायक थे, लेकिन तरारी सीट हारने के बाद सीपीआई-एमएल के पास 11 विधायक हैं. जीतन राम मांझी की चार सीटें बरकरार हैं. देखा जाए तो 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में विपक्षी महागठबंधन और भी कमजोर हो गया है. पहले महागठबंधन के पास 115 विधायक थे,
जो अब घटकर 112 विधायक रह गए हैं, जबकि सत्तारूढ़ दल एनडीए के पास 128 विधायक थे, जो अब बढ़कर 131 विधायक हो गए हैं। वर्तमान में विधानसभा की 243 सीटों में से सत्तारूढ़ दल भाजपा के पास 80, जदयू के पास 46, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के पास 4 और निर्दलीय सुमित सिंह के पास 131 विधायक हैं। जबकि महागठबंधन में राजद के पास 77, कांग्रेस के पास 19, भाकपा (माले) के पास 11, भाकपा के पास 2, माकपा के पास 2 और एआईएमआईएम के पास 1 विधायक हैं, इस प्रकार विपक्ष में कुल 112 विधायक हैं।
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