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Chhath Puja Kitni Tarikh Ko Hai 2024 | Chhath Puja Muhurat 2024 Date Time | छठ पर्व कब है 2024 में

chhath puja kab hai 2024

छट पूजा कब है 2024 7 या 8 नवंबर ना हो कंफ्यूज इस दिन मनाई जाएगी छट आज हम इस वीडियो में आपको बताएंगे साल 2024 में कार्तिक छत पर्व कब मनाया जाएगा छत पर्व की सभी महत्त्वपूर्ण तिथियां पूजा मुमरा सुबह शाम अर्ग देने का समय और इसकी पूजा विधि के बारे में हेलो फ्रेंड्स स्वागत है! पंचांग के अनुसार दीपावली के छ दिन बाद छट पर्व मनाया जाता है यह पर सूर्यदेव और उनकी बहन छटी मैया को समर्पित है!

छट पर्व हर साल कार्तिक मास की सुख षष्टि को मनाया जाता है इसे सूर्य षष्टि भी कहते हैं यह पर्व पूरे चार दिनों का होता है छट के दौरान महिलाएं 36 घंटे का निर्जला उपवास लगती हैं आइए जानते हैं साल 2024 में छत पर्व कितनी तारीख को है छत पर्व की सभी महत्त्वपूर्ण तिथियां पूजा मर शुभ सामर्थ देने का समय उसकी पूजा विधि क्या है छट पर्व कब से कब तक 2024 छट पूजा का पर्व चार दिनों का होता है इसकी शुरुआत नहाई खाई से होती है!

इसका समापन उक्त सोरी को अर्ग देकर रत का पारण कर किया जाता है साल 204 में छठ पर्व 5 नवंबर से लेकर 8 नवंबर तक चलेगा छठ पूजा शुभ मरत 2024 साल 2024 में छठ पर्व 7 नवंबर गुरुवार को मनाया जाएगा षष्टि तिथि प्रारंभ होगी 7 नवंबर प्रातःकाल 12:4 षष्ठी तिथि समाप्त होगी 8 नवंबर प्रातःकाल 12:34 नहाय खाय की तिथि होगी !

नवंबर की तिथि होगी 6 नवंबर संध्या काल अर्ध दिया जाएगा 7 नवंबर शाम 5:32 होगा ! उक्त सूर्य को अर्ध और पारण गा 8 नवंबर प्रातः काल 6:3 छठ पूजा 2024 की तिथियां आइए जानते हैं छठ पर्व की सभी प्रमुख तिथियां कौन-कौन सी होती हैं और इस दिन क्या किया जाता है पहला दिन नहाए खाए छठ पर्व का पहला दिन होता है !

नहाय खाए नहाय खाए से ही इस पर्व की शुरुआत की जाती है इस दिन प्रातःकाल स्नान के बाद की साफ सफाई कर सात्विक भोजन बनाया और उसे ग्रहण किया जाता है साल 2024 में नहाय खाय 5 नवंबर को होगा दूसरा दिन खरना छठ पूजा का दूसरा महत्त्वपूर्ण दिन होता है !

खरना इस दिन से मेजर व्रत की शुरुआत होती है यानी कि इस दिन व्रत रमी वाला व्यक्ति अनन जल ग्रहण नहीं करता इस दिन संध्या पाल के समय छटी मैया का प्रशाद बनाया जाता है साल 2024 में खरना छ नवंबर को है तीसरा दिन संध्या अर्ग छट पूजा के तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्ग दिया जाता है अर्ग देने के लिए बास की टोकरी में फल ठेकुआ चावल से बने लड्डू आदि चीजों से सूप सजाया जाता है और व्रत करने वाला व्यक्ति अपने परिवार के साथ संध्याकाल के समय सूर्य भगवान को अर्ग देता है सूर्यदेव को जल और दूध का अर्ग देने के बाद सजाए गए सूप से छटी मैया की

पूजा होती है सूर्य उपासना के बाद छटी मैया के गीत गाकर व्रत कथा सुनी जाती है साल 2024 में 7 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ दिया जाएगा चौथा दिन उष काल अर्क छठ पर्व के अंतिम दिन उपते स सूर को अर्ग और पारण किया जाता है चौथे दिन यानी सप्तमी तिथि को प्रातः काल सूर्यदेव को अर्ग देने के बाद छठी मैया से परिवार के सुख समृति की कामना की जाती है साल 2024 में 8 नवंबर को उपत सूरी को अल्ब व्रत का पारण किया जाएगा फ्रेंड्स अगर आपको हमारे द्वारा दी गई ये सभी जानकारियां पसंद आई हो तो हमारे व्हाट्सएप्प से जुड़ें

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