आज सीतामढी में माता सीता की जन्मस्थली पुनौराधाम को विकसित करने की योजना का शिलान्यास किया गया। इसकी कुल लागत 72.47 करोड़ रुपये है. पर्यटकों की सुविधा के लिए मुख्य मंदिर के चारों ओर परिक्रमा पथ, जानकी महोत्सव मैदान में वाहनों की पार्किंग, आगंतुकों के लिए कैफेटेरिया, कियोस्क और शौचालय की सुविधा का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा सीता वाटिका, लव-कुश वाटिका और ध्यान के लिए शांति मंडप का भी निर्माण किया जाएगा। माता सीता की जन्मस्थली के विकास से यहां बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
शिलान्यास समारोह से पहले मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में जाकर मां जानकी के दर्शन किये. वहीं दर्शन के बाद परिक्रमा पथ का अवलोकन किया और तालाब की आरती की। जिसके बाद सितंबर 2023 की कैबिनेट में 72 करोड़ रुपये पारित कर विकास कार्य का शिलान्यास किया गया।
शिलान्यास समारोह के दौरान मंदिर के पुनर्विकास के 3डी मॉडल का अवलोकन करने के बाद हम हेलीपैड के लिए रवाना हो गए. जिसके बाद मुख्यमंत्री पटना के लिए रवाना हो गये. आपको बता दें कि उक्त कार्यक्रम में बिहार के डिप्टी सीएम सह पर्यटन मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और जिले के प्रभारी मंत्री अशोक चौधरी को भाग लेना था. वह कार्यक्रम से गायब दिखे.
हालांकि कार्यक्रम के दौरान जन प्रतिनिधियों को सुरक्षाकर्मियों के गुस्से का सामना करना पड़ा. कार्यक्रम में शामिल होने आये धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि मां जानकी की धरती पर पिछले 6 वर्षों से सीता रसोई का संचालन किया जा रहा है. जिसका नया भवन निर्माणाधीन है।
उन्होंने कहा कि आगामी फरवरी माह में सीता रसोई को उक्त भवन में स्थानांतरित कर दिया जायेगा. इसी तालाब में जानकी जन्मस्थान मंदिर का निर्माण कार्य भी आगामी फरवरी माह में शुरू होने जा रहा है. जिनकी प्रतिमा का निर्माण जयपुर में किया जा रहा है। कार्यक्रम खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री मीडिया से बातचीत किए बिना ही चले गए.