भोजपुरी गायक और सुपरस्टार पवन सिंह को बीजेपी ने पार्टी से निकाल दिया है. पवन सिंह बिहार की काराकाट सीट से एनडीए समर्थित आरएलएम उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
पवन सिंह की बीजेपी को दो टूक, कहा- नामांकन वापस नहीं लूंगा, आगे बढ़ूंगा तो बढ़ेगी: काराकाट में सातवें चरण के तहत वोटिंग होगी और यहां 1 जून को वोट डाले जाएंगे. पवन सिंह नहीं माने और उन्होंने इस सीट से नामांकन दाखिल कर दिया. इसके अलावा उन्होंने अपनी मां प्रतिमा देवी का भी बैकअप प्लान के तहत नामांकन कराया है. बीजेपी नेताओं की ओर से आ रहे बयानों पर पवन सिंह ने कहा कि अब पीछे हटने का सवाल ही नहीं है !
पवन सिंह के निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद बीजेपी ने उन्हें नामांकन दाखिल करने से रोकने की काफी कोशिश की थी. उन्हें दिल्ली भी बुलाया गया. केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने साफ कहा था कि नामांकन के बाद उन्हें बीजेपी से बाहर कर दिया जाएगा. पवन सिंह नहीं माने और लाव लश्कर के साथ सासाराम जिला मुख्यालय पहुंचे और अपना नामांकन दाखिल कर दिया. बिहार के पर्यटन मंत्री प्रेम कुमार ने भी पवन सिंह को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि अगर पवन सिंह अपना नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. माना जा रहा है कि इन सब बातों से परेशान होकर पवन सिंह ने अपनी मां को मैदान में उतारा है.
मां ने भी नामांकन कराया
अपनी मां के नामांकन को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पवन सिंह ने कहा कि हम आपको बताएं कि वजह क्या है? तुम लोग कल्पना नहीं कर सकते? हर इंसान अपने जीवन में ध्यान से सोचना चाहता है चाहे वो हम हो या आप? मां का नामांकन एक रणनीति का हिस्सा है. अब चर्चा है कि पवन सिंह का नामांकन सही पाए जाने के बाद उनकी मां प्रतिमा देवी अपना नामांकन वापस ले लेंगी.
कुशवाहा से मुकाबला
बीजेपी ने पहले पवन सिंह को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से अपना उम्मीदवार बनाया था. टिकट मिलने से पहले तो पवन सिंह काफी खुश हुए, लेकिन बाद में उन्होंने अपना टिकट वापस कर दिया. इसके बाद पवन सिंह काराकाट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने आये. काराकाट से एनडीए प्रत्याशी के तौर पर उपेन्द्र कुशवाहा मैदान में हैं.