छपरा के मोतीराज मदरसा में बुधवार की शाम अचानक ब्लास्ट हो गया. मदरसे के पीछे गेंद जैसी कोई वस्तु रखी थी, जिसे एक बच्चा नूर आलम (10) उठाकर ले गया. मौलाना को जब इसके बम होने का शक हुआ तो उन्होंने इसे उठाकर फेंकने की कोशिश की, इसी दौरान धमाका हो गया.
हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के लिए ले जाते समय मौलाना की मौत हो गई। घायल बच्चे का इलाज जारी है. मृतक की पहचान मढ़ौरा थाना क्षेत्र के ओलहनपुर गांव निवासी मौलाना इमामुद्दीन (40 वर्ष) के रूप में की गयी है. गुरुवार की सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया गया है. घायल बच्चा मुजफ्फरपुर का रहने वाला है.
इधर, मदरसे में बम विस्फोट के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है. मौके पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है. साथ ही पुलिस की एक टीम पूरे मामले की जांच में जुटी है. पूरी घटना जिले के गड़खा थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर गांव की है.
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सबूत मिटाने के लिए टाइल्स को पानी से साफ किया गया।
डीएसपी राजकिशोर सिंह ने बताया कि बम का नमूना लेने के लिए एफएसएल टीम को बुलाया गया है. फिलहाल पुलिस की एक टीम मामले की जांच कर रही है. घटना के बाद से मदरसे के सभी लोग लापता हैं. आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। डीएसपी ने बताया कि साक्ष्य मिटाने के लिए टाइल्स को पानी से साफ कर दिया गया है.
बच्चे ने गेंद समझकर बम उठा लिया था.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मदरसे के पीछे गेंद जैसी कोई चीज देखकर नूर उसे उठाकर अंदर ले आया. मौलाना ने अपने हाथ में बम देखकर उसे फेंकने की कोशिश की, लेकिन तब तक बम फट गया. जानकारी मिल रही है कि मदरसे में 80 बच्चे और कर्मचारी हैं.