यह खबर एक सप्ताह पहले की है। हस्तिनापुर में बिहार की सत्ताधारी पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हो रही थी। इस दौरान नीतीश कैबिनेट के दो मंत्रियों (पार्टी एक) के बीच झड़प हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि वहां मौजूद अन्य वरिष्ठ नेताओं को हस्तक्षेप करना पड़ा, तब जाकर मामला शांत हुआ। दरअसल, एक मंत्री ने अपने वरिष्ठ मंत्री सह कप्तान के विभाग पर गंभीर आरोप लगाए। पार्टी की बैठक में मंत्रियों के विभाग का लेखा-जोखा एक बड़े टीवी पर प्रेजेंटेशन के जरिए पेश किया जा रहा था। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता जो वर्तमान में ‘कप्तान’ की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं, उनके विभाग को लेकर सवाल उठाए गए। इसके बाद विवाद बढ़ गया। संबंधित विभाग संभाल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता ने इस पर आपत्ति जताई। बस फिर क्या था… मामला बढ़ गया।
एक मंत्री ने दूसरे मंत्री के विभाग पर लगाए आरोप
इस बार बिहार की सत्ताधारी पार्टी की कोर कमेटी की बैठक राज्य से बाहर हुई। बैठक में विभागों के बारे में प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी जा रही थी। पार्टी स्तर पर जमीनी स्तर से लिए गए फीडबैक की जानकारी दी जा रही थी। बताया जा रहा था कि आम जनता को सबसे ज्यादा कौन सा विभाग परेशान कर रहा है। जिस मंत्री को यह जिम्मेदारी दी गई थी, वह स्क्रीन पर बता रहे थे। इस दौरान ‘आम लोगों-किसानों-रैयतों’ से जुड़े अहम विभाग के बारे में बताया गया। प्रेजेंटेशन के माध्यम से ‘सफाई’ विभाग का प्रभार संभाल रहे मंत्री ने बताया कि आम जनता सबसे ज्यादा इस अहम विभाग से परेशान है। इस विभाग के क्रियाकलापों से आम लोग काफी नाराज हैं। इसका खामियाजा हमें आगामी चुनाव में भुगतना पड़ सकता है, क्योंकि लोगों की समस्याएं कम होने की बजाय बढ़ती जा रही हैं।
संबंधित खबरें
- अश्विनी चौबे ने राहुल गांधी पर किया तीखा हमला, कहा- `वे असली गांधी नहीं बल्कि फतिंगा हैं…`
- चिराग ने दिल्ली की देवली सीट से दीपक तंवर को बनाया उम्मीदवार, LJPR का दावा- NDA बनाएगी सरकार
- जानिए सीएम नीतीश कुमार को भारत रत्न दिए जाने पर तेजस्वी यादव ने क्या कहा
- पटना उतरते ही BPSC पर भड़के तेजस्वी यादव, कहा- CM मुझे जवाब तक नहीं दे रहे…
- सीएम नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा दो दिनों के लिए स्थगित, जानें वजह
सारी समस्याएं मेरे ही विभाग में हैं…?
पार्टी की बैठक में वरिष्ठ नेताओं के सामने अपने विभाग के बारे में नकारात्मक रिपोर्ट देखने और सुनने के बाद विभागीय मंत्री जो कैप्टन भी हैं, ने गंभीर आपत्ति जताई। मंत्री ने कहा कि यह ठीक नहीं है। सारी समस्याएं मेरे ही विभाग में हैं…ऐसा नहीं है। सबसे ज्यादा नाराजगी मेरे ही विभाग से है, यह ठीक नहीं है। विभाग ने बहुत अच्छा काम किया है। जिसे दिखाया नहीं जा रहा है। उन्होंने ‘सफाई’ विभाग के प्रभारी मंत्री से सवाल करते हुए कहा कि आपने यह ठीक नहीं किया है।
वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ
पार्टी की बैठक में एक मंत्री ने अपने से वरिष्ठ मंत्री के विभाग पर प्रेजेंटेशन के जरिए सवाल उठाए। इसके बाद दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। जिसके विभाग पर सवाल उठाया गया, उसने जोरदार पलटवार किया। दोनों तरफ से गर्माहट बढ़ने लगी। इसके बाद बैठक में मौजूद नेता सक्रिय हो गए। बड़ी मुश्किल से मामला शांत हुआ। इस दौरान वरिष्ठ नेताओं ने प्रेजेंटेशन दे रहे मंत्री से कहा कि आप जिसके विभाग पर सवाल उठा रहे हैं, वह मंत्री ही नहीं बल्कि कप्तान भी है। ऐसे में आप पूरी पार्टी को बैकफुट पर धकेल रहे हैं। काफी मान-मनौव्वल के बाद मामला शांत हुआ। बता दें, पार्टी की बैठक में जिन दो मंत्रियों के बीच विवाद हुआ, उनमें एक ‘सफाई और शहरों के विकास’ का विभाग संभाल रहे हैं। वह राजधानी क्षेत्र से विधायक हैं। दूसरी ओर, जिस मंत्री के विभाग पर आरोप है, वह असल में कैप्टन हैं। साथ ही, उनका विभाग इन दिनों काफी चर्चा में है। करीब 100 साल बाद सरकार ने फैसला किया है कि विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सर्वे का काम पूरा कर लिया जाएगा।
सीएम नीतीश कुमार दिल्ली रवाना, मनमोहन सिंह के परिवार और कई बड़े नेताओं से करेंगे मुलाकात
बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रहे पूर्व आईपीएस आचार्य किशोर कुणाल का निधन