दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को दिवाली का बड़ा तोहफा दिया है. गुरुवार को दिल्ली में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में केंद्र सरकार ने बिहार को लेकर कई अहम फैसले लिए हैं. दिवाली से पहले मोदी सरकार ने बिहार को कई बड़ी सौगात दी हैं.
दरअसल, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मोदी सरकार ने बिहार और आंध्र प्रदेश को लेकर कई अहम फैसले लिए हैं. मोदी सरकार ने बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है. केंद्र सरकार ने अयोध्या से सीतामढ़ी तक रेल लाइन बिछाने को मंजूरी दी है. इसके साथ ही नरकटियागंज रेलवे लाइन के दोहरीकरण को भी मंजूरी दी गई है.
दरअसल, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मोदी सरकार ने बिहार और आंध्र प्रदेश को लेकर कई अहम फैसले लिए हैं. मोदी सरकार ने बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है. केंद्र सरकार ने अयोध्या से सीतामढ़ी तक रेल लाइन बिछाने को मंजूरी दी है. इसके साथ ही नरकटियागंज रेलवे लाइन के दोहरीकरण को भी मंजूरी दी गई है.
संबंधित खबरें
- अमित शाह बीजेपी नेताओं को नया टास्क देने बिहार आ रहे हैं, सख्त तेवरों के साथ लेंगे क्लास
- बिहार में पवित्र रिश्ता तार-तार हुआ, भाई ने ही बहन को मोबाइल दिखाने का लालच देकर बनाया हवस का शिकार
- सीएम नीतीश कुमार की तबीयत अचानक बिगड़ी, आज के सभी कार्यक्रम रद्द, बिजनेस कनेक्ट कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे
- 4 बदमाशों ने 2 बच्चों की मां को बगीचे में ले जाकर किया गैंगरेप, एक आरोपी गिरफ्तार, बाकी फरार
- बिहार के जल संसाधन मंत्री ने केंद्रीय वित्त मंत्री से की मुलाकात, 6650.33 करोड़ रुपये की बाढ़ नियंत्रण योजनाओं को मंजूरी देने का किया अनुरोध
दरअसल, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में मोदी सरकार ने बिहार और आंध्र प्रदेश को लेकर कई अहम फैसले लिए हैं. मोदी सरकार ने बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है. केंद्र सरकार ने अयोध्या से सीतामढ़ी तक रेल लाइन बिछाने को मंजूरी दी है. इसके साथ ही नरकटियागंज रेलवे लाइन के दोहरीकरण को भी मंजूरी दी गई है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने अयोध्या से माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी तक 257 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाने का फैसला किया है। यह रेलवे लाइन नेपाल सीमा के आसपास होगी। यह मिथिला, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और मुजफ्फरपुर जैसे शहरों को जोड़ेगी। यह परियोजना 4553 करोड़ रुपये की लागत से चार साल के भीतर पूरी होगी। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने नरकटियागंज-रक्सौल-सीतामढ़ी-दरभंगा-मुजफ्फरपुर रेलवे लाइन के दोहरीकरण को भी मंजूरी दी है।