नीट पेपर लीक मामले में दो अहम आरोपियों चिंटू और मुकेश की रिमांड सीबीआई को मिल गई है। सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें 27 जून से सात दिनों के लिए रिमांड पर सौंपने का आदेश दिया है।
नीट-यूजी पेपर लीक मामले में बेउर जेल में बंद बलदेव कुमार उर्फ चिंटू और मुकेश से सीबीआई पूछताछ करेगी। बुधवार को जांच एजेंसी के आवेदन पर पटना की विशेष सीबीआई अदालत ने दोनों को 27 जून से सात दिनों के लिए रिमांड पर सौंपने का आदेश दिया था। मामले की जांच कर रही दिल्ली की सीबीआई टीम गुरुवार को बेउर जेल से दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेगी।
सीबीआई की टीम अपने वकील अमित कुमार के साथ बुधवार को पटना सिविल कोर्ट स्थित सीबीआई के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी हर्षवर्धन सिंह की अदालत पहुंची। सीबीआई ने आवेदन देकर मुकेश और चिंटू की पुलिस रिमांड मांगी। इस पर अदालत ने उन्हें रिमांड पर लेने की अनुमति दे दी। बता दें कि मुकेश कुमार नीट परीक्षार्थियों को अपनी गाड़ी से स्कूल ले जाता था, जहां उन्हें प्रश्नपत्र के उत्तर याद कराए जाते थे।
संबंधित खबरें
- बिहार के शिक्षकों को बड़ी राहत, जानें 2025 में कितने दिन की मिलेगी छुट्टी
- मोहन भागवत के तीन बच्चे पैदा करने के बयान पर बोले संतोष सुमन, हमें कितने बच्चे चाहिए, यह तय करने की आजादी है
- मोदी के हनुमान चिराग पासवान ने दिया बड़ा बयान, दुनिया की कोई ताकत संविधान को नहीं बचा सकती…
- मोकामा में जमीन विवाद में हत्या, विरोध में व्यवसायियों ने बंद रखी दुकानें, बहन पर भाई की हत्या का आरोप
- चाकू की नोंक पर युवती से जबरन दुष्कर्म, गांव के ही अरबाज ने किया गंदा काम
डबल इंजन की सरकार में अपराधी बेकाबू: मोतिहारी में भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या, छपरा में दिनदहाड़े युवक की हत्या
किसकी भूमिका?
नालंदा निवासी बलदेव कुमार उर्फ चिंटू को सबसे पहले पीडीएफ फॉर्मेट में नीट का प्रश्नपत्र मिला था, जिसे पटना में 35 अभ्यर्थियों के बीच बांटा गया था।
मुकेश- चिंटू का सहयोगी और कार चालक। जिसने अभ्यर्थियों को पटना के रामकृष्ण नगर स्थित स्कूल पहुंचाया था।