एक ही फ्लाइट से दिल्ली जा रहे हैं नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव, देर रात पीएम मोदी ने बिहार के सीएम को किया फोन

पीएम ने नीतीश कुमार से की बात, सीएम आज एनडीए की बैठक में होंगे शामिल:

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को दिल्ली में एनडीए की बैठक में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें फोन कर बैठक की जानकारी दी है। बैठक में लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भी शामिल होंगे।

बैठक शाम 4.30 बजे होगी। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिनभर अपने आवास में ही रहे। इस दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी और सांसद संजय झा से चुनाव नतीजों पर चर्चा की। पार्टी की आठ-नौ सीटें कैसे हारी, इस पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कुछ सहयोगियों से फोन पर बात की। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री पटना लौट आए हैं। पटना लौटने से पहले उन्होंने शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी फोन पर बात की।

नीतीश की वापसी ने बिहार में एनडीए की साख बचाई

2024 के लोकसभा चुनाव नतीजों ने फिर साबित कर दिया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बिहार की राजनीति की धुरी हैं। चुनाव से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन का हिस्सा रहे नीतीश कुमार एनडीए में वापस आ गए। उनकी वापसी ने बिहार में एनडीए की साख बचा ली है। पड़ोसी राज्य यूपी में एनडीए को बड़ा झटका लगा है। ऐसे में एनडीए बिहार में दो तिहाई सीटें हासिल कर पूर्ण बहुमत हासिल करने में सफल रहा है।

एनडीए की बैठक में शामिल होने दिल्ली जाएंगे सीएम नीतीश, पीएम मोदी से फोन पर की बात
नीतीश कुमार ने ही राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों को एकजुट किया। पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक 23 जून 2023 को मुख्यमंत्री आवास पर हुई थी। बाद में लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की उपेक्षा और सुस्ती को देखते हुए उन्होंने वहां से बाहर आने का फैसला किया। इस तरह नीतीश कुमार फिर से एनडीए का हिस्सा बन गए। बिहार में एनडीए के तहत बीजेपी ने 17, जेडीयू ने 16, एलजेपी ने पांच और हम और आरएलएमओ ने एक-एक सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। जेडीयू उम्मीदवारों की बात करें तो 16 में से 12 निवर्तमान सांसद थे. जेडीयू ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, जिन चार सीटों पर जेडीयू हारी है, उनमें तीन निवर्तमान सांसद भी शामिल हैं. हारने वाले निवर्तमान सांसदों में जहानाबाद से चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, कटिहार से दुलालचंद गोस्वामी और पूर्णिया से संतोष कुशवाहा शामिल हैं. चौथी सीट किशनगंज थी, जहां 2019 में भी जेडीयू को हार का सामना करना पड़ा था. 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू 17 सीटों पर लड़ी थी और 16 पर जीत दर्ज की थी.

नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में पार्टी उम्मीदवार कौशलेंद्र कुमार लगातार चौथी बार जीते हैं. वहीं, पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह चौथी बार सांसद बने हैं. इस बार जेडीयू के नौ निवर्तमान सांसद जीते हैं. इनमें भागलपुर से अजय मंडल, वाल्मीकिनगर से सुनील कुमार, सुपौल से दिलेश्वर कामत, मधेपुरा से दिनेशचंद्र यादव, गोपालगंज से डॉ. आलोक कुमार सुमन, बांका से गिरिधारी यादव, नालंदा से कौशलेंद्र कुमार, मुंगेर से ललन सिंह और झंझारपुर से रामप्रीत मंडल शामिल हैं। सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर ने जीत दर्ज की है।

दोनों महिला उम्मीदवार जीतीं

जेडीयू ने शिवहर से लवली आनंद और सीवान से विजयलक्ष्मी देवी को दो महिला उम्मीदवार बनाया था। दोनों ने जीत दर्ज की है। खास बात यह है कि ये दोनों महिला नेता चुनाव से कुछ दिन पहले ही जेडीयू में शामिल हुई थीं। लवली आनंद पहले वैशाली से सांसद भी रह चुकी हैं। विजयलक्ष्मी देवी पहली बार चुनाव लड़ी थीं। विजयलक्ष्मी देवी के पति रमेश कुशवाहा पूर्व विधायक रह चुके हैं।

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