PATNA: हाल ही में जमुई में एक चुनावी सभा के दौरान तेजस्वी यादव के सामने उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चिराग पासवान को मां जैसी गाली दे दी थी. इसका वीडियो वायरल होने के बाद जहां एनडीए की सभी पार्टियां राजद पर हमलावर हैं, वहीं खुद चिराग पासवान ने कहा है कि तेजस्वी यादव छोटी-छोटी बातें कर जो छुपाने की कोशिश कर रहे हैं, उस पर उनका खून खौलता है.
तेजस्वी की सभा में हुए दुर्व्यवहार पर चिराग ने कहा कि यह मेरे लिए बेहद संवेदनशील मामला है. मेरे परिवार के जो लोग सार्वजनिक जीवन में नहीं हैं, उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि अगर कोई सार्वजनिक जीवन में है तो आप उसे गाली दें. ऐसी भाषा का प्रयोग न तो किसी प्रत्याशी या नेता के लिए किया जाना चाहिए और न ही किसी आम देशवासी के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभ्य समाज में इस तरह की अभद्र भाषा की कहीं कोई गुंजाइश नहीं है. मर्यादा में रहते हुए भी कोई किसी का कठोर शब्दों में विरोध कर सकता है। राजनीति में शब्दों की गरिमा बनाये रखना जरूरी है. खासकर युवाओं की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. जिन्हें एक बड़ी आबादी अपना आदर्श मानती है. ऐसे में हमारा सार्वजनिक आचरण बहुत महत्वपूर्ण है.
संबंधित खबरें
- Best You Sweepstakes Hazardní podniky Nejnovější Sweeps Hazardní podnikové webové stránky 2025
- Best You Sweepstakes Hazardní podniky Nejnovější Sweeps Hazardní podnikové webové stránky 2025
- Best You Sweepstakes Hazardní podniky Nejnovější Sweeps Hazardní podnikové webové stránky 2025
- Best You Sweepstakes Hazardní podniky Nejnovější Sweeps Hazardní podnikové webové stránky 2025
- Top Position Machines To Participate In & Win On-line For Real Cash In 2025
चिराग ने कहा कि आपकी चुप्पी ऐसे लोगों को, उन असामाजिक तत्वों को मौन समर्थन दे रही है जो आपके सामने गाली-गलौज कर रहे थे और उन पर कार्रवाई करने के बजाय आप कहते हैं कि मैंने नहीं सुना. और तो और कहा जाता है कि छोटी-छोटी बातों को तूल नहीं देना चाहिए. तेजस्वी जो छोटी सी बात कह रहे हैं उस पर हमारा खून खौल उठता है. मेरा ही नहीं, हर उस बेटे-बेटी का खून खौलना चाहिए जिनकी मां के साथ ऐसा दुर्व्यवहार होता है। एक असामाजिक तत्व की इतनी हिम्मत है कि वह तेजस्वी यादव के सामने चिराग पासवान को गाली दे दे और वह कुछ नहीं बोलें.
वहीं, पहले चरण के चुनाव में बिहार की चार सीटों पर हो रहे मतदान को लेकर चिराग ने कहा कि पहले चरण के चुनाव में बिहार की चार सीटों से जो जानकारी आ रही है, उससे एक बात साफ है कि लड़ाई होगी. हर जगह जीत के अंतर पर रहें. है। कौन कितने अंतर से जीतता है सीटें? मैं एनडीए का सहयोगी हूं. सिर्फ इसलिए नहीं, बल्कि हम चारों सीटों पर नजर रखे हुए हैं. चारों सीटों पर एनडीए जीत रही है और कमोबेश पूरे देश में यही माहौल है. लेकिन हम दावे के साथ बिहार की चारों सीटें जीत रहे हैं.
चिराग ने कहा कि इन चार सीटों से जो माहौल बना है उसका असर अगले सभी चरणों के चुनाव में दिखेगा. इसका कारण यह है कि एनडीए के सभी घटक दलों ने पूरी एकजुटता के साथ मिलकर चुनाव प्रचार किया है. एनडीए के तमाम बड़े नेताओं के साथ-साथ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बैठकें कर चुके हैं. लेकिन इंडी अलायंस में ऐसा देखने को नहीं मिला. कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता चुनाव प्रचार के लिए बिहार नहीं आया.
उन्होंने कहा कि पहले चरण का चुनाव हो गया लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अभी तक बिहार आने का मौका नहीं मिला है. वाम दलों का कोई बड़ा नेता चुनाव प्रचार के लिए बिहार नहीं आया. इंडी एलायंस के नेताओं ने पहले चरण को लेकर वह गंभीरता नहीं दिखाई जो दिखनी चाहिए थी. जिस तरह से ये लोग चुनाव में अपना दबदबा दिखा रहे हैं, उससे बिहार की सभी सीटों पर इन लोगों को पूरा नुकसान होगा.
तेजस्वी के इस दावे पर कि इस बार चौंकाने वाले नतीजे आएंगे, चिराग ने कहा कि बिल्कुल चौंकाने वाले नतीजे आएंगे. क्योंकि पिछली बार उनके गठबंधन ने एक सीट जीती थी लेकिन इस बार वे वह सीट भी हार जाएंगे, इसलिए उनका चौंकना स्वाभाविक है.