बिहार के वैशाली जिले से एक बार फिर पकरोआ विवाह का मामला सामने आया है. लड़के का कहना है कि मेरी मर्जी के बिना सात फेरे लिए गए, जबकि लड़की ने शादी के बाद कहा कि उसका पति मेरा भगवान है और मैं उसके साथ ही जिऊंगी. ग्रामीणों ने बताया कि लड़का और लड़की दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे और उनके बीच 7 साल से रिश्ता था. बाद में लड़का शादी से इंकार कर रहा था। लड़की इसी लड़के के साथ रहना चाहती थी. बाद में गांव वालों ने बैठक कर इस शादी को धूमधाम से कराने का फैसला किया.
ताजा अपडेट के मुताबिक, जबरन शादी का यह मामला वैशाली जिले के महनार का बताया जा रहा है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्टेशन रोड स्थित संगत मंदिर में लड़का-लड़की की शादी धूमधाम से हुई.
शादी के बाद गुस्से में दिख रहे लड़के ने बताया कि उसकी शादी जबरदस्ती कराई गई है. मैं इस लड़की को जानता तक नहीं. मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है. मेरे साथ मारपीट की गई है. यहां तक कि जयमाला स्टेज पर भी पंडित ने मुझे पीटा और जबरदस्ती माला पहना दी.
लड़की के बारे में बताया जा रहा है कि वह महनार नगर परिषद, सब्जी मंडी रोड वार्ड नंबर 11 की रहने वाली है. उसका नाम संगीता कुमारी है और उसकी उम्र 23 साल है. लड़का बुजुर्ग प्रखंड के बाजितपुर कस्तूरी वार्ड नंबर 7 का रहने वाला है. पिता का नाम सुरेंद्र राम और लड़के का नाम अरुण कुमार है.
शादी के बाद लड़की ने कहा कि वह इस शादी से खुश है. अरुण अपनी बहन के घर आता रहता था, इसी दौरान मेरी उससे मुलाकात हुई और हम दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। वह मुझसे शादी करने का वादा कर रहा था और बाद में इनकार कर रहा था।
लड़की की मां सुशीला देवी ने बताया कि लड़का हमेशा उनके घर आता था. वह कहता था कि मैं तुम्हारी बेटी से शादी करूंगा। तो मैंने सोचा कि अगर मिया मान जाती है तो दिक्कत क्या है. हमने चावल बेचकर उसे 15 हजार रुपये भी दिये हैं, लेकिन अब वह शादी से इनकार करने लगा है. इसलिए सभी ने मिलकर दोनों की शादी करा दी. लड़की की भाभी ने बताया कि वे दोनों अक्सर साथ में घूमने जाते थे. दोनों ने साथ में तस्वीरें भी खिंचवाईं. दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे. लड़का शादी की बात करता था, अब शादी से इंकार कर रहा है।