एक और मंत्री पद की मांग पर मुखर हैं जीतन राम मांझी: बिहार की राजनीति एक बार फिर करवट लेने लगी है. एनडीए सरकार में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भी अभी तक मंत्रालय का बंटवारा नहीं हुआ है. बिहार सरकार के सभी मंत्री बिना मंत्रालय के मंत्री पद पर हैं. इस बीच जीतन राम मांझी ने बड़ा हंगामा खड़ा कर दिया है. मीडिया में बयान जारी कर जीतन राम मांझी ने कहा कि उनकी पार्टी को एक मंत्री पद दिया गया है और एक मंत्री पद और दिया जाना चाहिए. अगर उनकी पार्टी को एनडीए सरकार में दो मंत्री पद नहीं दिया गया तो यह उनकी पार्टी के साथ अन्याय होगा. लालू यादव ने एनडीए के बजाय महागठबंधन का समर्थन करने पर उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की पेशकश भी की थी.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा कोटे से एक और मंत्री पद की मांग की है. शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि एक निर्दलीय विधायक को भी मंत्री पद मिला है. मनचाहा विभाग भी मिलने की चर्चा है. ऐसे में हमारा दावा मजबूत है.
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, हमने भी मांग की थी. सामाजिक समरसता के लिए भी मगध क्षेत्र में एससी के अलावा एक सर्वण मंत्री होना चाहिए. हमारे पास ऊंची जातियों में भी मजबूत नेता हैं. इसके लिए हमने मुख्यमंत्री अमित शाह और नित्यानंद राय से बात की है. अमित शाह ने कहा कि ये मुश्किल लगता है. हालांकि अमित शाह मुश्किल काम को भी आसान बनाना जानते हैं. अगर हमें दो मंत्री पद नहीं मिले तो यह पार्टी के साथ अन्याय होगा। मेरे पास महागठबंधन की ओर से सीएम का ऑफर था लेकिन मैंने इसे ठुकरा दिया. जीतन राम मांझी को पैसे और पद से नहीं मापा जा सकता, इसलिए मैं एनडीए के साथ हूं.