पटना: विकास कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कभी अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने हाथ जोड़ रहे हैं तो कभी पैर छूने की बात कर रहे हैं. हाल ही में सीएम नीतीश राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव के सामने हाथ जोड़ते नजर आए और बुधवार को मरीन ड्राइव के तीसरे चरण के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इंजीनियर के पैर छूने की कोशिश की. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तीखा तंज कसा है.
तेजस्वी ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि, “क्या पूरी दुनिया में कोई ऐसा मुख्यमंत्री होगा जो इतना लाचार, कमजोर, अशक्त, अक्षम, लाचार, शक्तिहीन और मजबूर हो जो बात-बात पर बीडीओ, एसडीओ, थानेदार से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों और यहां तक कि ठेकेदार के निजी कर्मचारी तक के सामने हाथ जोड़ने और पैर छूने की बात करता हो?”
उन्होंने लिखा कि, “बिहार में बढ़ते अपराध, बेलगाम भ्रष्टाचार, पलायन और प्रशासनिक अराजकता का मुख्य कारण यह है कि एक कर्मचारी (अधिकारी तो छोड़िए) भी मुख्यमंत्री की बात नहीं सुनता? वह क्यों नहीं सुनता और क्यों आदेशों का पालन नहीं करता, यह विचारणीय विषय है? हालांकि, इसमें कर्मचारियों और अधिकारियों का ज्यादा दोष नहीं है।” तेजस्वी ने आगे लिखा, “एक कमजोर और लाचार मुख्यमंत्री के कारण, “बिहार में जो कुछ भी होता है वह कुछ “सेवारत” और “सेवानिवृत्त” अधिकारियों ने तय किया है” क्योंकि अधिकारियों को भी पता है कि वह 43 सीटों वाली तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के मुख्यमंत्री हैं।” नेता प्रतिपक्ष ने एक्स पर लिखा, “जब सरकार की साख खत्म हो जाती है और शासक में आत्मविश्वास नहीं रह जाता है, तो उसे सिद्धांत, विवेक और विचार को किनारे रखकर हर मुद्दे पर ऊपर से नीचे तक सबके सामने झुकना पड़ता है। वैसे भी हमें कुर्सी की चिंता नहीं है, बल्कि बिहार और 14 करोड़ बिहारियों के वर्तमान और भविष्य की चिंता है।”
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