फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग से पहले विपक्ष का वॉकआउट: CM नीतीश बोले- विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई; सबकी जांच कराऊंगा: नीतीश कुमार बोले- 2005 के बाद से यह 18वां साल है जब मुझे काम करने का मौका मिला. मुझे आश्चर्य है, ये लोग सुनना नहीं चाहते. 15 साल में मैंने कितना काम किया है. बिहार में कितना विकास हुआ? मुझसे पहले उनके पिता और मां 15 साल तक सरकार में थे, तो बिहार की क्या हालत थी. शाम को कोई घर से बाहर नहीं निकला.
बिहार विधानसभा में सोमवार को फ्लोर टेस्ट वोटिंग से पहले विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया, लेकिन सत्ता पक्ष की मांग पर वोटिंग कराई जा रही है. इससे पहले सदन में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जैसे ही मुख्यमंत्री बोलने के लिए खड़े हुए, राजद विधायक हंगामा करने लगे. नीतीश कुमार ने गुस्से में कहा कि अगर लोग मेरी बात नहीं सुनना चाहते तो वोटिंग करा लें. नीतीश ने तेजस्वी के माता-पिता के जंगलराज की याद दिलाई.
सदन में पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि मोदी जी को गारंटी देने वाले बताएंगे कि मुख्यमंत्री दोबारा बनेंगे या नहीं?
तेजस्वी ने कहा, ”मुझे खुशी है कि कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न दिया गया. बीजेपी ने भारत रत्न को सौदा बना लिया है. आप हमारे साथ आइए और हम आपको भारत रत्न देंगे।” फ्लोर टेस्ट से पहले ही बोले तेजस्वी- आज बोलने दीजिए, कल से हम जनता के बीच रहेंगे.
भाषण के दौरान तेजस्वी जिंदाबाद के नारे लगे. विधानसभा के बाहर हंगामा कर रहे राजद कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया गया.
इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पारित कर स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को हटा दिया गया था. अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 125 और विपक्ष में 112 वोट पड़े. राजद के तीन विधायकों ने पाला बदलने के दिए संकेत. सत्ता पक्ष की ओर से चेतन आनंद, प्रह्लाद यादव और नीलम देवी बैठे. जेडीयू विधायक दिलीप राय विधानसभा नहीं पहुंचे.
इधर, राजद के तीन विधायक चेतन आनंद, प्रह्लाद यादव और नीलम देवी सत्ता पक्ष के खेमे में बैठे हैं. वहीं, जेडीयू विधायक दिलीप राय विधानसभा नहीं पहुंचे.